सोलापुर के एक छोटे से तालुके के एक गांव के युवा की एक कामयाब कहानी - लागत एक लाख से कमाई 4 लाख प्रतिबर्ष

 

लगन और जज़्बा हो तो ऐसा एक युवा ने  शुरू किया कागज का ऐसा बिजनेस, लागत एक लाख से कमाई 4 लाख प्रतिबर्ष 



महाराष्ट्र(सोलापुर) : जहां आजकल  युवा पढ़ाई पूरी करने के बाद नौकरी की तरफ रुख  करते हैं, वहीं सोलापुर के एक युवक ने अपनी लगन और जज़्बा  से अपना खुद का व्यवसाय खड़ा किया है. आजकल के युवा वर्ग पढाई पूरी होने के बाद नौकरी की तलाश में शहर शहर की दर बदर ठोकर खाता फिरता है और तनख्बाह मिलती है अपनी पढाई में हुए खर्चे के मुकाबले बहुत ही कम उसीके विपरीत इस युवा ने नौकरी के लिए शहर की दर दर ठोकर खाने को न चुनकर व्यवसाय को चुना और आज 1 लाख की लागत से लगाये हुए व्यवसाय से 4 लाख प्रति  वर्ष का कमा रहा है  आइए जानते हैं इस प्रेरणादायक कहानी के बारे में.

सोलापुर के एक छोटे से तालुके के एक गांव के  युवा की  एक कामयाब कहानी 

इस युवक का नाम PRAMOD BHAGAT SHELKE है, जो सोलापुर जिले के MOHAUL तालुका के KAAMTI BUNDRU गांव के निवासी हैं. प्रमोद ने पेपर प्लेट, ब्रेकफास्ट प्लेट और पत्तल बनाने का व्यवसाय शुरू किया. वह पिछले 3 साल से इस व्यवसाय को कर रहे है| प्रमोद ने बताया कि वह इस व्यवसाय से हर महीने 40 से 50 हजार रुपये कमा रहे हैं.

 PRAMOD BHAGAT SHELKE ने तीन साल पहले एक लाख रुपये की लागत से पेपर प्लेट बनाने वाली मशीन के साथ इस व्यवसाय की शुरुआत की थी |नाश्ते की प्लेट की बाज़ार में अच्छी मांग और आपूर्ति  मिलने पर,उन्होंने दूसरे साल में एक और मशीन खरीदी और पत्तल  बनाने का काम शुरू किया. सस्ते दामों पर उपलब्ध इन उत्पादों को बाज़ार से भी अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है | 

विवाह समारोह, घरेलू कार्यक्रम और खुदरा विक्रेता, सभी प्रमोद शेलके से पेपर प्लेट  लेते हैं. उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से अपने उत्पादों की मार्केटिंग की, जिससे मोहोल, कामती, कुरुल जैसे आसपास के गांवों से लोग उनके यहां से पेपर प्लेट खरीदते हैं |  प्रमोद हर महीने 40 से 50 हजार रुपये कमा रहे हैं, और सालाना 3 से 4 लाख रुपये तक की कमाई कर रहे हैं. उन्होंने बिना नौकरी के अपने बिजनेस को सफल बनाकर यह साबित कर दिया कि खुद का व्यवसाय शुरू करना भी एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है. उनकी कहानी कई युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बन सकती है .

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