**आखिर क्यों जलाई जाती है नवरात्रियों मैं अखंड ज्योति?**
**आखिर क्यों जलाई जाती है नवरात्रियों मैं अखंड ज्योति?**
आज से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो चुकी है, जो कि देवी दुर्गा के नौ रूपों की उपासना का पर्व है। यह नौ दिनों तक चलने वाला उत्सव पूरे भारत में भक्ति और उत्साह के साथ मनाया जाता है। शारदीय नवरात्रि, जो शरद ऋतु में आती है, बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक मानी जाती है। इस दौरान भक्त व्रत रखते हैं, पूजा-अर्चना करते हैं और देवी के विभिन्न रूपों की आराधना करते हैं।
नवरात्रि में अखंड ज्योति का महत्व
नवरात्रि के दौरान एक अत्यंत महत्वपूर्ण अनुष्ठान **अखंड ज्योति** जलाना होता है। अखंड ज्योति का अर्थ होता है "अनवरत जलने वाली ज्योति," और इसे नवरात्रि के पूरे नौ दिनों तक जलाए रखा जाता है। यह ज्योति न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि इसका गहरा आध्यात्मिक और प्रतीकात्मक महत्व भी है।
**दैवीय शक्ति का प्रतीक**
अखंड ज्योति देवी दुर्गा की निरंतर उपस्थिति का प्रतीक है। ऐसा माना जाता है कि यह ज्योति भक्त के जीवन में प्रकाश लाती है और नकारात्मकता, अंधकार और बुरी शक्तियों को दूर करती है। अखंड ज्योति एक दृढ़ विश्वास और भक्ति का प्रतीक है, जो देवी की उपस्थिति को आमंत्रित करती है और उन्हें श्रद्धांजलि देती है।
**सुरक्षा का प्रतीक**
अखंड ज्योति को जलाने का एक और महत्वपूर्ण उद्देश्य यह है कि यह परिवार को बुरी शक्तियों से बचाती है। यह ज्योति घर में सकारात्मकता, शांति और समृद्धि लाती है। जैसे देवी दुर्गा ने राक्षसों का संहार किया, वैसे ही यह ज्योति बुरी शक्तियों से रक्षा करने का प्रतीक मानी जाती है।
**आंतरिक शक्ति का जागरण**
अखंड ज्योति हमें यह याद दिलाती है कि हमारी आंतरिक शक्ति और आशा को कभी बुझने नहीं देना चाहिए। नवरात्रि एक समय होता है आत्म-नियंत्रण, व्रत और भक्ति का, और अखंड ज्योति व्यक्ति की आंतरिक रोशनी का प्रतीक है, जिसे जीवन की चुनौतियों के सामने भी निरंतर जलाए रखना चाहिए।
**देवी से संबंध**
प्राचीन मान्यताओं के अनुसार, नवरात्रि के दौरान देवी दुर्गा अखंड ज्योति की लौ में निवास करती हैं। इसे जलाए रखने से भक्तों का देवी से सीधा संबंध बना रहता है, जिससे देवी की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त होते हैं। यह ज्योति देवी को समर्पित एक पवित्र अर्पण भी है, जो हमारी शुद्ध भक्ति का प्रतीक है।
**शुद्धता का प्रतीक**
अखंड ज्योति को घी से जलाया जाता है, जो हिंदू धर्म में अत्यधिक शुद्ध और पवित्र माना जाता है। इस पवित्र ज्योति के साथ की गई पूजा घर की नकारात्मक ऊर्जाओं को दूर करती है और वातावरण को आध्यात्मिक शुद्धता से भर देती है।
अखंड ज्योति की देखभाल
अखंड ज्योति को जलाए रखना एक बड़ी जिम्मेदारी होती है। नवरात्रि के पूरे नौ दिनों तक इसे जलते रहना होता है, जिसका मतलब है कि इसे लगातार देखभाल की आवश्यकता होती है। परिवार के सदस्य बारी-बारी से इस ज्योति की देखरेख करते हैं, घी को समय-समय पर भरते हैं और बाती को ठीक करते रहते हैं ताकि ज्योति बुझने न पाए। यह समर्पण भक्तों की गहरी आस्था और श्रद्धा को दर्शाता है।
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