कोन हैं -बबीता फोगाट

 बबीता फोगाट: भारत की मशहूर पहलवान और महिला सशक्तिकरण की प्रतीक


"बबीता फोगाट" भारत की सबसे प्रसिद्ध महिला पहलवानों में से एक हैं, जिन्होंने अपने करियर में देश को कई प्रतिष्ठित उपलब्धियाँ दिलाई हैं। उनका नाम भारतीय खेल इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा गया है, विशेषकर कुश्ती में उनके योगदान और समर्पण के कारण। हरियाणा के एक छोटे से गाँव बलाली से निकलीं बबीता ने न सिर्फ भारतीय कुश्ती में अपनी पहचान बनाई, बल्कि महिलाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बनकर उभरीं।

 प्रारंभिक जीवन और परिवार

बबीता का जन्म "20 नवंबर 1989" को हरियाणा के बलाली गाँव में हुआ था। वह मशहूर पहलवान "महावीर सिंह फोगाट" की बेटी हैं, जिन्होंने अपनी बेटियों को कुश्ती के मैदान में ट्रेनिंग दी और भारतीय समाज में एक नई मिसाल कायम की। बबीता की बहन "गीता फोगाट" भी एक अंतर्राष्ट्रीय स्तर की पहलवान हैं, जिन्होंने ओलंपिक और अन्य बड़े टूर्नामेंट्स में भारत का प्रतिनिधित्व किया है। बबीता और गीता की कहानी पर बनी बॉलीवुड फिल्म "दंगल" ने उन्हें और भी प्रसिद्ध कर दिया।

खेल में योगदान और उपलब्धियाँ

बबीता फोगाट ने अपने कुश्ती करियर में कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पदक जीते हैं। उन्होंने 2010 में "कॉमनवेल्थ गेम्स" में रजत पदक जीता, जो उनकी शुरुआती सफलता में से एक था। इसके बाद 2014 के "ग्लासगो कॉमनवेल्थ गेम्स" में उन्होंने स्वर्ण पदक हासिल कर इतिहास रचा। उनके इस उपलब्धि ने भारतीय महिलाओं के लिए कुश्ती के क्षेत्र में नए द्वार खोले।

बबीता ने एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप और विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में भी कई बार भारत का प्रतिनिधित्व किया और अपनी उत्कृष्टता साबित की। उनकी कुश्ती शैली और साहसिक प्रदर्शन ने उन्हें दुनिया के सबसे बेहतरीन पहलवानों में शामिल कर दिया।

 सामाजिक और राजनीतिक सक्रियता

बबीता फोगाट सिर्फ खेलों तक ही सीमित नहीं रही हैं। उन्होंने सामाजिक मुद्दों पर भी खुलकर अपनी आवाज उठाई है, खासकर "महिला सशक्तिकरण" और "बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ" अभियान के समर्थन में। 2019 में, बबीता ने भारतीय राजनीति में कदम रखा और "भारतीय जनता पार्टी (BJP)" के सदस्य के रूप में सक्रिय राजनीति में शामिल हुईं। उनका मकसद देश और समाज के लिए कुछ सकारात्मक बदलाव लाना है, खासकर महिलाओं और खिलाड़ियों के लिए।

 व्यक्तिगत जीवन

बबीता फोगाट ने 2019 में भारतीय पहलवान "विवेक सुहाग" से शादी की, जो खुद एक कुश्ती खिलाड़ी हैं। उनकी शादी में उनकी पारिवारिक और खेल जगत की पृष्ठभूमि का बड़ा योगदान रहा। बबीता एक संतुलित जीवन जी रही हैं, जहाँ वे अपने खेल करियर और पारिवारिक जीवन को बखूबी संभाल रही हैं।

बबीता फोगाट की कहानी एक महिला की संघर्ष, साहस और सफलताओं की कहानी है। उन्होंने न सिर्फ कुश्ती के क्षेत्र में भारत का नाम रोशन किया है, बल्कि सामाजिक बदलाव की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। उनकी यात्रा हमें यह सिखाती है कि चाहे परिस्थितियाँ कितनी भी कठिन क्यों न हों, दृढ़ संकल्प और मेहनत से सब कुछ हासिल किया जा सकता है। 

बबीता फोगाट ने हरियाणा के छोटे गाँव से निकलकर विश्व मंच पर भारत का प्रतिनिधित्व किया और आज वह हर भारतीय महिला के लिए प्रेरणा का प्रतीक बन चुकी हैं।

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