ISKCON मंदिर मथुरा वृंदावन में स्थित का टाइम किस समय दर्शन हो सकते हैं
इस्कॉन मंदिर भगवान कृष्ण को समर्पित एक प्रसिद्ध मंदिर है, जो विभिन्न शहरों में स्थित है और अपनी विशिष्ट वास्तुकला और आध्यात्मिक महत्व के लिए जाना जाता है।
👋*इस्कॉन मंदिर का इतिहास और महत्व*
इस्कॉन मंदिर की स्थापना आचार्य श्री कृष्ण कृपामूर्ति ए.सी. भक्तिवेदांत स्वामी श्रील प्रभुपाद ने 1966 में न्यूयॉर्क शहर में की थी। भारत में, वृंदावन में इस्कॉन मंदिर की स्थापना 1975 में हुई थी। इस्कॉन मंदिर की सभी मान्यताएं 5,000 साल पुराने हिंदू धर्म ग्रंथ भगवद गीता पर आधारित हैं.
*इस्कॉन मंदिर की विशेषताएं*
- *वास्तुकला*: इस्कॉन मंदिरों की वास्तुकला अद्वितीय है, जिसमें सोने से बनी मीनारें और सफ़ेद रंग का उपयोग किया गया है। मंदिर की दीवारों पर भगवान कृष्ण, नरसिंह स्वामी और अन्य देवताओं की नक्काशी की गई है।
- *आध्यात्मिक महत्व*: इस्कॉन मंदिर भगवान कृष्ण की भक्ति और पूजा के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र है, जो लोगों को आध्यात्मिक ज्ञान और शांति प्रदान करता है।
- *भक्तों की भीड़*: इस्कॉन मंदिरों में भक्तों की भीड़ अधिक होती है, जो भगवान कृष्ण की भक्ति और पूजा के लिए आते हैं.
*विभिन्न शहरों में इस्कॉन मंदिर*
- *दिल्ली*: दिल्ली में इस्कॉन मंदिर भगवान कृष्ण को समर्पित एक प्रमुख तीर्थ स्थल है, जो अपनी विशिष्ट वास्तुकला और आध्यात्मिक महत्व के लिए जाना जाता है।
- *वृंदावन*: वृंदावन में इस्कॉन मंदिर की स्थापना 1975 में हुई थी और यह भगवान कृष्ण की भक्ति और पूजा के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र है।
- *तिरुपति*: तिरुपति में इस्कॉन मंदिर भगवान कृष्ण को समर्पित है और अपनी अद्वितीय वास्तुकला के लिए जाना जाता है, जिसमें सोने से बनी मीनारें और सफ़ेद रंग का उपयोग किया गया है।
- *जामनगर*: जामनगर में इस्कॉन मंदिर भगवान कृष्ण को समर्पित है और अपनी विशिष्ट वास्तुकला और आध्यात्मिक महत्व के लिए जाना जाता है.
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